भगवान राम का अर्थ क्या है ? | Meaning of Lord Rama
राम का अर्थ है, स्वयं का प्रकाश; स्वयं के भीतर ज्योति। “रवि“ शब्द का अर्थ “राम“ शब्द का पर्यायवाची है। रवि शब्द में ‘र’ का अर्थ है, प्रकाश और “वि” का अर्थ है, विशेष। इसका अर्थ है, हमारे भीतर का शाश्वत प्रकाश। हमारे ह्रदय का प्रकाश ही राम है। इस प्रकार हमारी आत्मा का प्रकाश ही राम है।
राम नवमी तथा राम जन्म का गूढ़ ज्ञान | Knowledge behind Ram navami and Lord Rama’s Birth
राम नवमी, भगवान श्री राम के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। हर्ष एवं उल्लास के इस पर्व के मनाए जाने का उद्देश्य है – हमारे भीतर “ज्ञान के प्रकाश का उदय”। भगवान राम का जन्म राजा दशरथ और रानी कौशल्या के यहाँ हुआ था।
कौशल्या का अर्थ है, कुशलता और दशरथ का मतलब है, जिसके पास दस रथ हो। हमारे शरीर में १० अंग हैं, पाच ज्ञानेन्द्रियाँ (पाच इन्द्रियों के लिए) और पांच कर्मेन्द्रिया (जो की दो हाथ, दो पैर, जननेन्द्रिय, उत्सर्जन अंग और मुह)।
सुमित्रा का अर्थ है, जो सब के साथ मैत्रीय भाव रखे और कैकयी का अर्थ है, जो बिना के स्वार्थ के सब को देती रहे।
इस प्रकार दशरथ और उनकी तीन पत्नियाँ एक ऋषि के पास गए। जब ऋषि ने उनको प्रसाद दिया तब ईश्वर की कृपा से, भगवान राम का जन्म हुआ।
भगवान राम स्वयं का प्रकाश हैं, लक्ष्मण (भगवन राम के छोटे भ्राता) का अर्थ है, सजगता, शत्रुघ्न का अर्थ हैं, जिसका कोई शत्रु ना हो या जिसका कोई विरोधी ना हो। भरत का अर्थ है योग्य।
अयोध्या (जहाँ राम का जन्म हुआ है) का अर्थ है, वह स्थान जिसे नष्ट ना किया जा सके।